कैंसर के दर्द, अस्पताल और Chemotherapy के बीच भी गुफ़रान की उंगलियाँ Crochet से धागे बुनती रहीं बिहार के छोटे कस्बे से निकला ...
शहर की जिंदगी छोड़, जंगल की ज़मीन को हरा-भरा खेत बनाया और गाँव की महिलाओं को रोज़गार दिया। दो बहनों, नमिता और मनीषा ने साबित कर दिया कि मेहनत और प्यार से खेती सिर्फ़ रोज़गार नहीं, बल्कि बदलाव और सफलता ...
करंट ने हाथ छीन लिए, हालात ने हौसले तोड़ने चाहे, मगर गोरख ने पेंटिंग को ही अपनी ज़िंदगी बना लिया। आज बिना हाथों के भी वो ...
जब लोगों ने विनोद को ‘लंगड़ा’ और रोहिणी को ‘पोलियो’ कहकर ठुकराया, तब दोनों ने उन तानों को अपनी सबसे बड़ी ताक़त बना लिया। आज ...
घर की दीवार से शुरू हुआ सफर आज बन गया हाई-टेक वर्टिकल फार्म! भारती भोरिया ने साबित किया कि जुनून, मेहनत और स्मार्ट टेक्नोलॉजी ...
कर्नाटक के एक छोटे से गाँव से निकले ऋषभ शेट्टी,जिन्होंने अपने सपनों को सिर्फ देखा नहीं—उसे सिनेमा के पर्दे पर जिया। पानी के ...
कभी-कभी हमें “भारत को बदलने” की नहीं, बस “खुद से शुरू करने” की ज़रूरत होती है। सर्बिया से आए Lazar Jankovic, हर दिन सिर्फ़ एक ...
बचपन का शौक़ रिटायरमेंट के बाद बना पहचान! टाटा मोटर्स से रिटायर हुए इंजीनियर कमलाकर पोद्दार, अपनी ज़िंदगी के ये साल कचरे से खिलौने बनाकर गुज़ार रहे हैं। ढक्कन, स्ट्रॉ, पुराने डिब्बे- जो भी बेकार चीज़े ...
जब अर्चना की पहली शादी टूटी, तो उन्होंने ठान लिया था कि अब कभी शादी नहीं करेंगी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। जब उनकी ...
अब अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कदम बढ़ा रहा है, और इस बदलाव के पीछे एक नायक हैं अहिल्यानगर के अनंत झेंड़े, जो अपनी ...
सपनों की कोई उम्र नहीं होती…धीरा चालिहा ने ये साबित कर दिया। 21 की उम्र में असम की पहली महिला पायलट बनीं, और 85 की उम्र में ...
अपनों ने ठुकराया लेकिन इन मासूम कुत्तों ने माला देवी को अपना लिया। दिल्ली की झोपड़ी में रहने वाली माला, पिछले 20 सालों से 80 ...